Jacketing विधि का उपयोग कमजोर RC column को मजबूत करने व उनकी मरम्मत करने के लिए किया जाता है
इस विधि में मौजूद RC column के चारो तरफ एक required design steel mesh लगाकर उसे मौजूद कॉलम के साथ shear key or high strength bolts की मदद से जोड़कर इसका formwork पूरा करते है ओर इसमे कंक्रीट या grouting material को दबाब के साथ भर देते है
लोग अक्सर retrofitting ओर jacketing को एक ही समझते है पर इसमे अंतर है
Jacketing केवल क्षतिग्रस्त RC column की मरम्मत करने और उन्हें मजबूत करने की विधि है
Where, Retrofitting मौजूदा संरचना (के column, beam, footing आदि) की ताकत बढ़ाने और उन्हें अधिक प्रतिरोधी बनाने के लिए संशोधन है
मतलब अब हम कह सकते हैं कि jacketing, retrofitting की ही एक प्रचलित विधि है
Necessity of Jacketing
- स्तंभों की मरम्मत के लिए
- भार वहन क्षमता बढ़ाने के लिए
- मौसम के कारण स्तंभ की गिरावट को रोकने के लिए
- भूकंपीय क्षेत्रों में स्तंभ की क्षमता बढ़ाने के लिए
- स्तंभ डिजाइन में Error को ठीक करने के लिए
- स्तंभ का फैलाव करने के लिए
Procedure of Jacketing
- Steel जाल लगाने से पहले मौजूद कॉलम की सतह को साफ करना
- अगर कोई crack या कोई मरम्मत की जरूरत हो तो पहले ही कर ले
- Design के अनुसार steel जाल लगाना
- नए जाल को मौजूद कॉलम के साथ shear key या high strength bolts की मदद से जोड़ना
- Pouring से पहले Column की सतह पर bonding admixture लगाना
- Formwork पूरा करके design material से भर देना ।
Types of jacketing
जैकेटिंग को मोटे तौर पर छह प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है- Reinforced concrete / mortar jacketing
- Steel jacketing
- From outside bonded fiber-reinforced polymer jacketing
- Near-surface mounted fiber-reinforced polymer jacketing
- Shape memory alloy (SMA) jacketing
- hybrid jacketing
Advantages of Jacketing
- स्तंभ की भूकंपीय प्रतिरोध क्षमता बढ़ना
- Shear strength बढ़ना
- Column की भार वहन क्षमता बढ़ना
- मौसम ओर chemical अटैक के प्रति प्रतिरोध क्षमता बढ़ना।
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